NH-109 पर मौत के कटों पर बड़ी कार्रवाई! मुख्यमंत्री धामी का सख्त आदेश – लापरवाह अधिकारियों पर गिरेगी गाज, मानवाधिकार आयोग भी अलर्ट
हल्दूचौड़/देहरादून, 21 जुलाई। उत्तराखंड के कुख्यात हल्दूचौड़–गोरापाड़व राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-109) पर बने मानकविरुद्ध कट और लगातार होती सड़क दुर्घटनाएं अब सरकार के रडार पर आ गई हैं। सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी की शिकायत पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गंभीर संज्ञान लेते हुए एनएचएआई और संबंधित निर्माण एजेंसियों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय से साफ निर्देश:
- सभी 15 गैर-मानक कटों की सूची एक हफ्ते में पेश करो
- अवैध कट तुरंत बंद करो
- लापरवाही पर जिम्मेदार ठेकेदार और इंजीनियरों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई
अब यह मामला मानवाधिकार आयोग तक पहुँच गया है। आयोग में दाखिल शिकायत में दावा किया गया है कि बार-बार होने वाली इन दुर्घटनाओं ने “जीवन के अधिकार” का उल्लंघन किया है। आयोग ने संकेत दिए हैं कि यदि स्व-संज्ञान लिया गया तो विशेष टीम मौके का निरीक्षण करेगी और FIR की सिफारिश भी हो सकती है।
दो दिनों में दो मौतें, राज्य में मचा हड़कंप
17 जुलाई को स्कूटी से कट पार कर रहे एक परिवार को ट्रक ने रौंद दिया। हादसे में युवक कन्नू सिंह सम्मल की मौके पर मौत हो गई, पत्नी और दो मासूम बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए। इससे पहले व्यापारी दीपक जोशी भी ऐसे ही एक अवैध कट पर जान गंवा बैठे। इन घटनाओं ने राज्यभर में गुस्सा और रोष भड़का दिया।
सामाजिक कार्यकर्ता की बड़ी मांगें:
- मृतकों के परिवारों को ₹10 लाख मुआवजा, घायलों को ₹5 लाख
- सभी अवैध कटों का निरीक्षण, दोषियों पर FIR दर्ज
- भविष्य में गैर-मानक कट पर स्थायी रोक
- सड़क सुरक्षा के लिए स्थायी निरीक्षण तंत्र
पीयूष जोशी बोले:
“अब तक केवल आश्वासन मिलते रहे, लेकिन आज मुख्यमंत्री के आदेशों से उम्मीद जगी है कि न केवल अवैध कट हटेंगे, बल्कि सड़क सुरक्षा पर सख्त मानक लागू होंगे।”
चीफ एडिटर -राहुल दुमका
